कितने आदमी हैं?
चिटà¥à¤ ाकार समूह पर अनà¥à¤¨à¤¾à¤¦ ने सूचना दी कि वेबदà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ à¤à¤¾à¤·à¤¾à¤“ं में अपना बà¥à¤²à¥‰à¤—िंग पà¥à¤²à¥ˆà¤Ÿà¤«à¤¾à¤°à¥à¤® शà¥à¤°à¥ करने जा रहा है (हालांकि अपनी पà¥à¤°à¥‡à¤¸ विजà¥à¤žà¤ªà¥à¤¤à¤¿ में उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने “पà¥à¤²à¥‡à¤Ÿà¤«à¤¾à¤°à¥à¤®” की बजाय “बà¥à¤²à¥‰à¤—” लिखना उचित समà¤à¤¾ जिससे ये समठआता है कि बड़े समूहों को à¤à¥€ बà¥à¤²à¥‰à¤—िंग की वो बात समठनहीं आ रही जो सामानà¥à¤¯ चिटà¥à¤ ाकारों को आ रही है और वजह वही पà¥à¤°à¤¾à¤¨à¥€ है, शाकाहारी लोग दूसरों के लिये मटन पका रहे हैं, इन लोगों के पास शायद à¤à¤• à¤à¥€ à¤à¤¸à¤¾ बंदा नहीं जो बà¥à¤²à¥‰à¤—िंग के बारे में जानता हो और इसे महसूस करता हो)।
जोश18 टीवी18 का नया शाहकार है। बà¥à¤¿à¤¤à¤¾ पà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤¸ है, ठसकीला और सजीला है, वृहद नेटवरà¥à¤• का बैकअप है, बà¥à¤¿à¤¯à¤¾ वेबटीम की काबलियत à¤à¤°à¥€ डिज़ाइन है। पर बà¥à¤²à¥‰à¤—िंग पर हिनà¥à¤¦à¥€ व अनà¥à¤¯ à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ à¤à¤¾à¤·à¤¾à¤“ं के चिटà¥à¤ ाकारों को टैप करने के मामले में टाà¤à¤¯ टाà¤à¤¯ फिसà¥à¤¸, ये कहने में à¤à¥€ दà¥à¤– होता जब करीब à¤à¤• डेड़ साल गरम चाय पीने के बाद à¤à¥€ उनकी गà¥à¤£à¥€ बà¥à¤²à¥‰à¤— टीम अपने पà¥à¤°à¤¬à¤‚धन से इस उà¤à¤°à¤¤à¥‡ और असीम संà¤à¤¾à¤µà¤¨à¤¾à¤“ं वाले माधà¥à¤¯à¤® को कारà¥à¤ªà¥‹à¤°à¥‡à¤Ÿ बà¥à¤²à¥‚ पà¥à¤°à¤¿à¤‚ट का हिसà¥à¤¸à¤¾ बनवाने में फेल हो गई। ज़ाहिर है किसी तोंदियल बॉस, जो नेट पर केवल आरà¥à¤•à¥à¤Ÿà¤¾à¤ˆ करने ही उतरता होगा, के à¤à¥‡à¤œà¥‡ में बà¥à¤²à¥‰à¤—िंग का ब à¤à¥€ समा न पाया। समà¤à¤¦à¤¾à¤° कंपनी वो होगी जो UTV की तरह टीवी, वेब और मोबाईल को टà¥à¤°à¤¾à¤ˆà¤ªà¥‰à¤¡ के तीन टाà¤à¤—ों की तरह बिठा, संतà¥à¤²à¤¿à¤¤ फैलाव की बात सोचेगी।
à¤à¤• बात जो मà¥à¤à¥‡ इन उपकà¥à¤°à¤®à¥‹à¤‚ के बारे में हैरान करती है वो है इनका पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤•à¥à¤¤à¤¾ समूह। मैं यह तो जानता हूं कि वेबदà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ के ईपतà¥à¤° मेल सेवा और पोरà¥à¤Ÿà¤² पर जà¥à¤¯à¥‹à¤¤à¤¿à¤· व गà¥à¤°à¥€à¤Ÿà¤¿à¤‚ग जैसी चीजों का पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤—करà¥à¤¤à¤¾ समूह है। इनकी संखà¥à¤¯à¤¾ का जाल पर हिनà¥à¤¦à¥€ लेखन व बà¥à¤²à¥‰à¤—िंग से जà¥à¥œà¥‡ लोगों से overlap कितना है ये अजà¥à¤žà¤¾à¤¤ है। अगर ये overlap कम है तो निशà¥à¤šà¤¿à¤¤ ही हमें अनेकानेक नये चिटà¥à¤ ाकार मिलेंगे।
मेरी ये जिजà¥à¤žà¤¾à¤¸à¤¾ सà¥à¤²à¥‡à¤–ा, इंसà¥à¤Ÿà¤¾à¤¬à¥à¤²à¥‰à¤—à¥à¤¸ जैसे मंचों के बारे à¤à¥€ रही है। कà¥à¤¯à¤¾ वाकई कोई बà¥à¤²à¥‰à¤—सà¥à¤ªà¥‰à¤Ÿ, वरà¥à¤¡à¤ªà¥à¤°à¥‡à¤¸ के रहते इन मंचों पर चिटà¥à¤ ाकारी करेगा/कर रहा है? सà¥à¤²à¥‡à¤–ा, रीडिफ या à¤à¤¨à¤¡à¥€à¤Ÿà¥€à¤µà¥€ के पà¥à¤²à¥‡à¤Ÿà¤«à¤¾à¤°à¥à¤® पर चिटà¥à¤ ाकारी करने वालों के कà¥à¤¯à¤¾ किसी के पास पà¥à¤–à¥à¤¤à¤¾ आà¤à¤•ड़े हैं? मैं ये मान सकता हूं कि इनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ इनके अनà¥à¤¯ सेवाओं से जà¥à¥œà¥‡ लोगों का लाठमिलेगा, जैसे रिडिफमेल के पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤—करà¥à¤¤à¤¾ शायद आईलैंड की और à¤à¥à¤•ें, सà¥à¤²à¥‡à¤–ा के नियमित कà¥à¤²à¤¾à¤¸à¥€à¤«à¤¾à¤ˆà¤¡à¥à¤¸ के पाठक या इसके पà¥à¤°à¤¾à¤¨à¥‡ लेखक शायद उससे जà¥à¥œà¥‡à¤‚। पर इंसà¥à¤Ÿà¤¾à¤¬à¥à¤²à¥‰à¤—à¥à¤¸, आईबीबो या बà¥à¤²à¥‰à¤—अडà¥à¤¡à¤¾ का कà¥à¤¯à¤¾? इनका तो कोई वरà¥à¤¤à¤®à¤¾à¤¨ पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤•à¥à¤¤à¤¾ आधार नहीं है। कà¥à¤¯à¤¾ पà¥à¤°à¤¾à¤‚तीयता, à¤à¤¾à¤·à¤¾ का इससे कà¥à¤› लेना देना है?
à¤à¤¸à¥‡ में तो, मेरे विचार में, कà¥à¤› ही राहें बचतीं हैं, जैसे कि इंसà¥à¤Ÿà¤¾à¤¬à¥à¤²à¥‰à¤—à¥à¤¸ या बà¥à¤²à¥‰à¤—अडà¥à¤¡à¤¾ की तरह ये सà¥à¤µà¤¿à¤§à¤¾ à¤à¥€ दी जाय कि आप केवल अपनी फीड के पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤— की इजाजत इनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ दे दें जिसे ये “अपना” कह कर अपने पà¥à¤²à¥‡à¤Ÿà¤«à¤¾à¤°à¥à¤® पर दिखायें, फीड में केवल समरी पोसà¥à¤Ÿ के मामले में कड़ी कà¥à¤²à¤¿à¤• करने पर फà¥à¤°à¥‡à¤® पेज में आपकी पोसà¥à¤Ÿ पेज दिखायें, या फिर कि वे किसी बॉट दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ चोरी छिपे अनà¥à¤¯ चिटà¥à¤ ों से सामगà¥à¤°à¥€ चà¥à¤°à¤¾ कर अपनी दà¥à¤•ान à¤à¤°à¥‡à¤‚ (à¤à¤¸à¥‡ मामले हो चà¥à¤•े हैं) या फिर लिखने के पैसे दें, लिखने की खà¥à¤²à¥à¤²à¥€ (अशà¥à¤²à¥€à¤² लेखन पà¥à¥‡à¤‚) छूट दें या सोशियल नेटवरà¥à¤• से जà¥à¥œà¤¨à¥‡ का पà¥à¤°à¤²à¥‹à¤à¤¨à¥¤ कà¥à¤¯à¤¾ और कोई तरीका हो सकता है ईमानदारी से दà¥à¤•ान चलाने का? जà¥à¤žà¤¾à¤¨à¥€à¤œà¤¨ पà¥à¤°à¤•ाश डालें।
पà¥à¤¨à¤¶à¥à¤šà¤ƒ :इस पोसà¥à¤Ÿ में जो बात रह गई वो है इन सब पà¥à¤²à¥ˆà¤Ÿà¤«à¤¾à¤°à¥à¤® की यूà¤à¤¸à¤ªà¥€ और ज़ाहिर तौर पर à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ à¤à¤¾à¤·à¤¾à¤“ं के मामले में वेबदà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ की यूà¤à¤¸à¤ªà¥€ होगी इन नौ à¤à¤¾à¤·à¤¾à¤“ं में विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ कीबोरà¥à¤¡ लेआउट और वरà¥à¤¡ कंपà¥à¤²à¥€à¤¶à¤¨ टूल व शबà¥à¤¦à¤•ोश की मदद से टाईप करना आसान बनाना। अनà¥à¤¯ पà¥à¤²à¥ˆà¤Ÿà¤«à¤¾à¤°à¥à¤® का धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ हिनà¥à¤¦à¥€ के अलावा किसी अनà¥à¤¯ à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ à¤à¤¾à¤·à¤¾ की तरफ है ही नहीं। ये बात उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ फायदा पहà¥à¤à¤šà¤¾ सकती है।
मेरी समठमें नहीं आता कि हिनà¥à¤¦à¥à¤¸à¥à¤¤à¤¾à¤¨à¥€ वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¤¾à¤ˆ à¤à¤¾à¤·à¤¾à¤ˆ बà¥à¤²à¥‰à¤—िंग के बारे में ठस दिमाग है – इस तथà¥à¤¯ पर आप हैरान कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ हैं!
जब पैसा नजर आयेगा, दिमाग à¤à¤•à¥à¤• से खà¥à¤² जायेगा। जसà¥à¤Ÿ वेट!
जà¥à¤žà¤¾à¤¨ जी से सहमत हूà¤.
à¤à¤¸à¥‡ नठबà¥à¤²à¥‰à¤— पà¥à¤²à¥‡à¤Ÿà¤«à¤¼à¥‰à¤°à¥à¤® को देख कर नठपà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤•à¥à¤¤à¤¾ à¤à¤²à¥‡ ही आ जाà¤à¤, परंतॠफिर वे और अचà¥à¤›à¥‡ की तलाश में या तो वरà¥à¤¡à¤ªà¥à¤°à¥‡à¤¸ या फिर बà¥à¤²à¥‰à¤—र की ही शरण में अंततः चले जाà¤à¤‚गे.